ज़ोर की बरसात हुई Zor Ki Barsaat Hui Lyrics in Hindi – Jubin Nautiyal No Further a Mystery
तो मंजिल क्या चुने ख्वाबों में तराशे नींदों में गिने धीरे-धीरे हौले-हौले भीगा देगी ये बरसाते नजारा उफ क्या होता है गुजरती है जब जुल्
तो मंजिल क्या चुने ख्वाबों में तराशे नींदों में गिने धीरे-धीरे हौले-हौले भीगा देगी ये बरसाते नजारा उफ क्या होता है गुजरती है जब जुल्